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लेवोफ्लोक्सासिन का उपयोग जीवाण्विक संक्रमण में किया जाता है इसका उपयोग त्वचा, नरम ऊतकों, मूत्र मार्ग, टॉन्सिल, साइनस, नाक, गला, श्वासनली, फेफड़ों (निमोनिया) और महिलाओं के जननांगो में होने वाले संक्रमण में भी किया जाता है.लेवोफ्लोक्सासिन का सामान्य साइड इफेक्ट्स सिर दर्द, उबकाई , कब्ज, दस्त, चक्कर आना, आदि होता हें.

1.What is levofloxacin in hindi-लेवोफ्लोक्सासिन क्या हे?

  • लेवोफ्लोक्सासिन एक संश्लेषित  जिवानुनाशक दवा है,  ये मेडिसिन फ्लोरोकविनोलोन का संवर्ग है ,यह ओफ्लोक्सासिन का  ही एक समावायी योगिक  है,और एक प्रबल जिवानुनाशक के रूप  में कार्य करता हे ,ये भी अपना कार्य कोशिका में उप उपस्थित एंजाइम D.N.A.गयरेज के माध्यम से करता  हे.
लेवोफ्लोक्सासिन:उपयोग,खुराक,साइड इफेक्ट्स,सावधानिया
लेवोफ्लोक्सासिन:उपयोग,खुराक,साइड इफेक्ट्स,सावधानिया

2.Uses of levofloxacin in hindi-लेवोफ्लोक्सासिन के उपयोग.

  • त्वचा  व  मृदोतक संक्रमण.
  • त्रिर्व वायु  विवेर्शोथ.
  • समुदाय से उपजिर्त निमोनिया.
  • मूत्र मार्ग संक्रमण.
  • पाईलोनेफ्राइटीश.
  • शल्यक्रिया के बाद में संक्रमण.
  • स्वशन मार्ग संक्रमण.
  • मस्तिक ज्वर.

3.How to take dose levofloxacin in hindi-लेवोफ्लोक्सासिन का खुराक केसे ले?

  • 250-500 mg  1-2 बार प्रतिदिन एक -दो सप्ताह तक.

4.Availabity-उपलब्धता.

  • टेबलेट, इन्फ़ुसिओन इंजेक्शन.

5.Side effects of levofloxacin in hindi-लेवोफ्लोक्सासिन के साइड इफेक्ट्स.

  • अतिसंवेदीता.
  • विभ्रम.
  • सिर चकराना.
  • पेशीय विकार.
  • मितली   व  वमन.

6.Precaution while taking levofloxacin in hindi-लेवोफ्लोक्सासिन लेते समये सावधानिया.

  • 2 वर्ष से छोटे बच्चे को दवा  न दे .
  • वुक्क विकार  वाले रोगियों को दवा बहुत सावधानी से  दे .

7.Drug interaction to be careful about in hindi-लेवोफ्लोक्सासिन के साथ दवा इंटरैएक्शन.

  • एल्युमीनियम या मेगनेसियम युक्त अन्तासिड्स, सुक्रेल्फाते, आयरन सिरप,देर्रिफिल्लिन आदि दवाओ में लेवोफ्लोक्सासिन के कार्यो को प्रभावित करती हे.

8.Substitues of levofloxacin-लेवोफ्लोक्सासिन के स्थान पर.

  • Levoflox- सिपला
  • L-cin- लूपिन
  • Alevo- अलकेम
  • Levomac- मक्लोइड
  • Levoday- केडिला
  • Livbest- अब्बोत्त
  • Glevo- ग्लेनमार्क
  • Loxof-रंबक्स्य
  • Zilee -FDC
  • Levobact- क्लोन फार्मा.

9.Frequently asked Questions about Levofloxacin medicines in Hindi | लेवोफ्लोक्सासिन

 के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न।

Q-1. लेवोफ़्लॉक्सासिन का उपयोग किस लिए किया जाता है?

A-1. लेवोफ़्लॉक्सासिन का उपयोग शरीर के कई अलग-अलग हिस्सों में बैक्टीरिया के संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता है। इसका उपयोग साँस के संपर्क में आने के बाद एंथ्रेक्स संक्रमण के इलाज के लिए भी किया जाता है। लेवोफ़्लॉक्सासिन का उपयोग प्लेग के उपचार और रोकथाम के लिए भी किया जाता है।

Q-2. क्या लेवोफ़्लॉक्सासिन का उपयोग खांसी के लिए किया जाता है?

A-2. AMBROXOL+LEVOFLOXACIN ‘श्वसन उत्तेजक’ (खांसी/थूक पतला करने वाली) नामक दवाओं के एक वर्ग से संबंधित है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से अतिरिक्त बलगम से जुड़ी तीव्र (अल्पकालिक) और पुरानी (दीर्घकालिक) श्वसन बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है।

Q-3. लिवोफ्लॉक्सासिन कौन नहीं ले सकता?

A-3. लेवोफ़्लॉक्सासिन बच्चों में हड्डियों, जोड़ों और जोड़ों के आसपास के ऊतकों में समस्याएं पैदा कर सकता है। लेवोफ़्लॉक्सासिन आम तौर पर 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को नहीं दिया जाना चाहिए जब तक कि उन्हें प्लेग न हो या वे हवा में प्लेग या एंथ्रेक्स के संपर्क में न आए हों।

Q-4. क्या लेवोफ़्लॉक्सासिन किडनी के लिए सुरक्षित है?

A-4. लेवोफ़्लॉक्सासिन आमतौर पर इस्तेमाल किया जाने वाला एंटीबायोटिक है जो बहुत ही कम क्रिस्टल नेफ्रोपैथी का कारण बन सकता है।  क्रिस्टल-प्रेरित एकेआई आमतौर पर तीव्र यूरिक एसिड नेफ्रोपैथी के परिणामस्वरूप होता है और दवाओं या विषाक्त पदार्थों के प्रशासन के बाद होता है जो खराब घुलनशील होते हैं या मूत्र में खराब घुलनशील मेटाबोलाइट्स होते हैं।

Q-5. कौन सा बेहतर है, एज़िथ्रोमाइसिन या लेवोफ़्लॉक्सासिन?

A-5. ड्रग्स.कॉम पर कुल 1294 रेटिंग में से एज़िथ्रोमाइसिन की औसत रेटिंग 10 में से 6.9 है। 57% समीक्षकों ने सकारात्मक प्रभाव की सूचना दी, जबकि 21% ने नकारात्मक प्रभाव की सूचना दी। ड्रग्स.कॉम पर कुल 739 रेटिंग में से लेवोफ़्लॉक्सासिन की औसत रेटिंग 10 में से 5.1 है।

Q-6. लेवोफ़्लॉक्सासिन से कौन-से रोग ठीक होते हैं?

A-6. लेवोफ़्लॉक्सासिन को नोसोकोमियल निमोनिया, समुदाय-अधिग्रहित निमोनिया, तीव्र बैक्टीरियल राइनोसिनुसाइटिस, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस के तीव्र बैक्टीरियल तीव्रता, तीव्र बैक्टीरियल प्रोस्टेटाइटिस, तीव्र पायलोनेफ्राइटिस, मूत्र पथ संक्रमण, त्वचा या त्वचा संरचना संक्रमण, प्रोफिलैक्सिस के उपचार के लिए एफडीए-अनुमोदित है।

Q-7. क्या यूटीआई में लेवोफ़्लॉक्सासिन अच्छा है?

A-7. लेवोफ़्लॉक्सासिन का उपयोग संवेदनशील बैक्टीरिया के कारण त्वचा, साइनस, गुर्दे, मूत्राशय और प्रोस्टेट के संक्रमण के इलाज के लिए किया जा सकता है। हालाँकि, इसका उपयोग आमतौर पर केवल मूत्र पथ के संक्रमण, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस और साइनसाइटिस के उपचार में किया जाता है जब अन्य वैकल्पिक उपचार विकल्प विफल हो गए हों या उनका उपयोग नहीं किया जा सके।

Q-8. लिवोफ़्लॉक्सासिन का सबसे अच्छा उपयोग किसके लिए किया जाता है?

A-8. लेवोफ़्लॉक्सासिन का उपयोग विभिन्न जीवाणु संक्रमणों के इलाज के लिए किया जाता है। यह दवा क्विनोलोन एंटीबायोटिक्स के नाम से जानी जाने वाली दवाओं की एक श्रेणी से संबंधित है। यह जीवाणुओं के विकास को रोककर काम करता है। यह एंटीबायोटिक केवल जीवाणु संक्रमण का इलाज करता है। यह वायरल संक्रमण (जैसे आम सर्दी, फ्लू) के लिए काम नहीं करेगा।

Q-9. लिवोफ़्लॉक्सासिन क्यों बंद कर दिया गया?

A-9. लेवोफ़्लॉक्सासिलिन को बंद करने का निर्णय वैकल्पिक उपचार विकल्पों की व्यापक उपलब्धता और चिकित्सा रोगियों की अधूरी जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन की गई नवीन दवाओं को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करने के कारण किया गया था,” जैनसेन के प्रवक्ता केल्सी बखोल्ट्ज़ ने आरटीवी6 को बताया।

Q-10. क्या लेवोफ्लोक्सासिन एक अच्छी दवा है?

A-10. लेवोफ़्लॉक्सासिन बैक्टीरिया संक्रमण के इलाज में बहुत प्रभावी है। हालाँकि, यह कुछ व्यक्तियों में गंभीर दुष्प्रभाव पैदा कर सकता है।

10.Conclusion -निष्कर्ष ।

लेवोफ़्लॉक्सासिन एक शक्तिशाली एंटीबायोटिक है जिसका उपयोग विभिन्न जीवाणु संक्रमणों के इलाज के लिए किया जाता है। निर्धारित खुराक का पालन करना और संभावित दुष्प्रभावों को कम करने के लिए आवश्यक सावधानी बरतना महत्वपूर्ण है। किसी भी दवा का आहार शुरू करने से पहले हमेशा एक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श लें। लेवोफ़्लॉक्सासिन के उपयोग, खुराक, साइड इफेक्ट्स और सावधानियों को समझकर, आप बैक्टीरिया संक्रमण से निपटने के लिए इस दवा का सुरक्षित और प्रभावी ढंग से उपयोग कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर – ऊपर दी गई जानकारी हमारे शोध और ज्ञान के सर्वश्रेष्ठ है। हालांकि, आपको दवा का सेवन करने से पहले एक चिकित्सक से परामर्श करने की सलाह दी जाती है।